पानी कहा गया Best True Hindi Story : इससे पहले हमने Story read की है but आज हम सच्ची Story हम पढ़ेंगे। शक्तिशाली कौन? Best Interesting Story In Hindi और जवान लड़के की Real Life Inspirational Story In Hindi भी आप पड़ग सकते है।
किसी गाँव से मजदूरी करने के लिये एक लड़का शहर गया। शहर के बाहर बडी बिल्डिंगे और बड़े घर देखे और एक जगह बागीचा दिखाई दिया वहां एक माली भी दिखाई दिया पूछने पर वह माली लड़के को अपने साथ बागीचे में काम पर रखने के लिए मान गया।
काम में था एक बड़े टैंक को पानी से भरना ऊँचाई पर रखा हुआ टैंक पुराना था और उसे भरने बहुत पानी लगता था जिसकी मजदूरी 100 रुपये थी। कुंवा दूर था और शर्त यह थी के टैंक पूरा भरने पर मजदूरी मिलेंगी। माली काम बताकर चला गया और कह गया की शाम को आऊंगा टैंक पूरा भरा हुआ होंगा तो पैसे मिलेंगे वरना नहीं....
अब वह उस रबर की नली का मूँह बाँध कर टैंक भरने में लगा अब वह उस टैंक में डोल डालते जाता भरता जाता आखिर कुछ देर में वह टैंक भर गया मजदूर अब आराम से एक पेड़ के नीचे आराम से सो गया। शाम में बाग़ का माली आया उसने टैंक भरा हुआ देखा तो उसे आश्चर्य हुआ उसने मजदूर की मजदूरी बाग़ के मालिक से लाकर देदी और शाबाशी भी दी के तुमने सिर्फ महेनत से ही नहीं बल्कि अपनी बुद्धि से भी काम लिया और पानी कहा जाता है यह पता लगाया। रोज़ आने वाले मजदूर सिर्फ अपने शरीर से काम करते और चले जाते।
यह बागीचा एक इंजिनियर का है और उन्होंने इस बड़े टैंक से एक रबर की नली लगा रखी है जो जमीन में दबी हुयी है और बहुत दूर तक गयी है जहा पानी की आवश्यकता होती है वह उसे खोल दिया जाता है। अब मैं बुढा हो चूका हूँ इसलिए मजदूरो से पानी भरने का काम लेता हूँ तुम बुद्धिमान हो मालिक ने कहा तुम मेरे साथ बागीचे में काम करो मैं तुम्हे काम भी सिखा दूंगा और आपकी आने वाली ज़िन्दगी का काम भी होजायेंगा।
True Hindi Story
किसी गाँव से मजदूरी करने के लिये एक लड़का शहर गया। शहर के बाहर बडी बिल्डिंगे और बड़े घर देखे और एक जगह बागीचा दिखाई दिया वहां एक माली भी दिखाई दिया पूछने पर वह माली लड़के को अपने साथ बागीचे में काम पर रखने के लिए मान गया।
काम में था एक बड़े टैंक को पानी से भरना ऊँचाई पर रखा हुआ टैंक पुराना था और उसे भरने बहुत पानी लगता था जिसकी मजदूरी 100 रुपये थी। कुंवा दूर था और शर्त यह थी के टैंक पूरा भरने पर मजदूरी मिलेंगी। माली काम बताकर चला गया और कह गया की शाम को आऊंगा टैंक पूरा भरा हुआ होंगा तो पैसे मिलेंगे वरना नहीं....
True Story In Hindi
गरीब मजदूर ने पानी लाकर भरना शुरू किया एक डोल , दो डोल , तीन डोल ,....दस डोल ......फिर देखने के लिए टैंक को देखा तो पानी थोडा कम दिखाई दिया फिर थोड़े और डोल डाले और कुछ देर बैठ गया जब उसने देखा की पानी तो मैंने टैंक में ज्यादा डाला और टैंक थोडा खाली दिखाई दे रहा है वह परेशान हुआ वह बहुत देर तक तलाश के बाद इस नतीजे पर पहुंचा की उसे एक जगह गीली दिखाई दी उसने वहा मिटटी हटाना शुरू की कुछ देर बाद उसे एक नल्ली दिखाई दी उस नली से थोडा पानी बहे रहा था उस ने जांच लगई तो उसे अंदाज़ा हुआ की यह नली उस टैंक से निकल कर आई है और ऐसा रहा तो न टैंक भरेंगी और ना मज्दूरी मिलेंगी।अब वह उस रबर की नली का मूँह बाँध कर टैंक भरने में लगा अब वह उस टैंक में डोल डालते जाता भरता जाता आखिर कुछ देर में वह टैंक भर गया मजदूर अब आराम से एक पेड़ के नीचे आराम से सो गया। शाम में बाग़ का माली आया उसने टैंक भरा हुआ देखा तो उसे आश्चर्य हुआ उसने मजदूर की मजदूरी बाग़ के मालिक से लाकर देदी और शाबाशी भी दी के तुमने सिर्फ महेनत से ही नहीं बल्कि अपनी बुद्धि से भी काम लिया और पानी कहा जाता है यह पता लगाया। रोज़ आने वाले मजदूर सिर्फ अपने शरीर से काम करते और चले जाते।
यह बागीचा एक इंजिनियर का है और उन्होंने इस बड़े टैंक से एक रबर की नली लगा रखी है जो जमीन में दबी हुयी है और बहुत दूर तक गयी है जहा पानी की आवश्यकता होती है वह उसे खोल दिया जाता है। अब मैं बुढा हो चूका हूँ इसलिए मजदूरो से पानी भरने का काम लेता हूँ तुम बुद्धिमान हो मालिक ने कहा तुम मेरे साथ बागीचे में काम करो मैं तुम्हे काम भी सिखा दूंगा और आपकी आने वाली ज़िन्दगी का काम भी होजायेंगा।
Very Good story.
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