Modern Crow की Story पिछली पोस्ट में हमने पढ़ी थी आज हम बुराई का अंजाम इस शीर्षक पर Hindi Story पढेंगे. आपको यह कहानी पढने में बहुत मज़ा आयेंगा क्युकी यह Story सिर्फ कहानी ही नहीं बल्कि Best Funny Story है.
इस कहानी में हम एक कौव्वा और चिड़िया के बारे में पढेंगे किस तरह चिड़िया अपनी बुद्धि से अपने बच्चो की जान बचाती है. और कौव्वे का बुराई का अंजाम बुरा होता है
इस कहानी में हम एक कौव्वा और चिड़िया के बारे में पढेंगे किस तरह चिड़िया अपनी बुद्धि से अपने बच्चो की जान बचाती है. और कौव्वे का बुराई का अंजाम बुरा होता है
बुराई का अंजाम बुरा Best Hindi Story
एक पेड़ पर चिड़िया उसके बच्चो के साथ रहती थी उन बच्चो पर एक कौव्वे की नज़र थी मौका मिले और वह बच्चो लो लहा जाये लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो कौव्वे से रहा नहीं गयाएक दिन कौव्वा चिड़िया के घोंसले पास जाकर बैठ गया. चिड़िया डर गयी और पूछा कौव्वे भाई आप क्यों आये हो ? कौव्वा बोला : चिड़िया बी मैं तुम्हारे बच्चो को खाने आया हु !
चिड़िया सुनकर बहुत डरी फिर बोली " पहले आप अपनी चोंच धोकर आइये देखते नहीं कितनी ख़राब हो गयी है !
ये सुनकर कौव्वा ख़ुशी ख़ुशी नदी के पास गया और नदी से कहने लगा : "नदी नदी तुम नदी दास , मैं काकदास , दो पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
नदी कहने लगी पहले कोई बर्तन लाओ उसमे पानी लेकर फिर चोंच को धोना.
कौव्वा बर्तन लेने कुम्हार के पास गया और कहने लगा : कुम्हार कुम्हार ! तुम कुम्हारदास , मैं काकदास , दो घडला , भारू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिडीला , मटकाऊ कल्ला.
कुम्हार कहने लगा : कौव्वे मिय्या मेरे मिटटी ख़तम हो गयी है मिटटी ला दो मैं घड़ा बना दूंगा.
कौव्वा ये सुनकर मिटटी के पास और कहने लगा : मिटटी मिटटी तुम मिटटीदास , मैं काकदास , दो मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
मिटटी कहने लगी तुम कोई चीज़ लाओ मुझे खोदने के लिये फिर ले जाना.
अब कौव्वा हिरन के पास गया और कहा : हिरन हिरन ! तुम हिरन दास , मैं काक दास , दो सिंगला , खोदे मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
हिरन कहने लगा तुम किसी ताक़तवर कुत्ते को बुलाओ वो मुझसे लड़ेंग तो मेरा सींग तुटेंगा फिर तुम उसे ले जाना.
ये सुनकर कौव्वा कुत्ते के पास गया : कुत्ते कुत्ते तुम कुत्ते दास , मैं काकदास , लडू हिरला , टूटे सिंघला , खुदे मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
कुत्ते ने कहा मेरे लिए दुध ले कर आओ फिर मैं लडूंगा.
कौव्वा ये सुनकर मिटटी के पास और कहने लगा : मिटटी मिटटी तुम मिटटीदास , मैं काकदास , दो मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
मिटटी कहने लगी तुम कोई चीज़ लाओ मुझे खोदने के लिये फिर ले जाना.
अब कौव्वा हिरन के पास गया और कहा : हिरन हिरन ! तुम हिरन दास , मैं काक दास , दो सिंगला , खोदे मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
हिरन कहने लगा तुम किसी ताक़तवर कुत्ते को बुलाओ वो मुझसे लड़ेंग तो मेरा सींग तुटेंगा फिर तुम उसे ले जाना.
ये सुनकर कौव्वा कुत्ते के पास गया : कुत्ते कुत्ते तुम कुत्ते दास , मैं काकदास , लडू हिरला , टूटे सिंघला , खुदे मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
कुत्ते ने कहा मेरे लिए दुध ले कर आओ फिर मैं लडूंगा.
कुत्ते की बात सुनकर कौव्वा गाय के पास गया और कहने लगा : गाय गाय तुम गाय दास , मैं काक दास , दो दूधला , पिये कुतला , लड़े हिरला , टूटे सिंगला , खुदे मटला , बने मटकला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
गाय कहने लगी तुम मेर लिए घास ले आओ दुध ले जाओ.
अब कौव्वा लालच के मारे घास के पास गया कहने लगा : घास घास तुम घास दास मैं काकदास , दो घासला , खाये गायला , दे दूधला , पिये कुतला , लादे हिरला , टूटे सिंगला , खुदे मटला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
घास कहने लगी कौवे भाई तुम एक खुरपी लाओ और मुझे खोद कर ले जाओ.
कौव्वा लुहार के पास गया और कहने लगा : लुहार लुहार ! तुम लुहार दास , मैं काकदास , डो खुरपला , खोदे घासला , खाये गायेला , दे दूधला , पिये कुतला , लड़े हिरला , टूटे सिंगला , खुदे मटला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
लुहार कहने लगा कौव्वे मिया मैं जल्दी में हु तुम थोड़ी देर से आकर ले जाना. कौव्वा जैसे ही आया तो लुहार की बीवी ने उसे देख लिया कौव्वा उसे बहुत परेशान करता था कभी रोटी ले जाता तो कभी कुछ ! जब कौव्वा खुरपी लेने आया तो लुहरन कहने लगी तुम इसे ले कैसे जाओंगे तो उसने कहा मैं इसे अपने परो पर ले जाऊंगा लुहारन ने गरम खुरपी कौव्वे के परो पर रख दी और कौव्वा वही जल गया.
देखा आपने लालच का अंजाम ! कौव्वे को उसके किये की और लालच की सजा मिल गयी और चिड़िया के बच्चो की जान बच गयी.
गाय कहने लगी तुम मेर लिए घास ले आओ दुध ले जाओ.
अब कौव्वा लालच के मारे घास के पास गया कहने लगा : घास घास तुम घास दास मैं काकदास , दो घासला , खाये गायला , दे दूधला , पिये कुतला , लादे हिरला , टूटे सिंगला , खुदे मटला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
घास कहने लगी कौवे भाई तुम एक खुरपी लाओ और मुझे खोद कर ले जाओ.
कौव्वा लुहार के पास गया और कहने लगा : लुहार लुहार ! तुम लुहार दास , मैं काकदास , डो खुरपला , खोदे घासला , खाये गायेला , दे दूधला , पिये कुतला , लड़े हिरला , टूटे सिंगला , खुदे मटला , भरू पनला , धोऊ चोंचला , खाऊ चिड़ि का चेंगला , मटकाऊ कल्ला.
लुहार कहने लगा कौव्वे मिया मैं जल्दी में हु तुम थोड़ी देर से आकर ले जाना. कौव्वा जैसे ही आया तो लुहार की बीवी ने उसे देख लिया कौव्वा उसे बहुत परेशान करता था कभी रोटी ले जाता तो कभी कुछ ! जब कौव्वा खुरपी लेने आया तो लुहरन कहने लगी तुम इसे ले कैसे जाओंगे तो उसने कहा मैं इसे अपने परो पर ले जाऊंगा लुहारन ने गरम खुरपी कौव्वे के परो पर रख दी और कौव्वा वही जल गया.
देखा आपने लालच का अंजाम ! कौव्वे को उसके किये की और लालच की सजा मिल गयी और चिड़िया के बच्चो की जान बच गयी.
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