कौव्वे की Hindi Story मुझे लगता है आप नही भूले होंगे भूलना भी नही चाहिए थी ही वो Interesting Hindi Story आज हम इस कहानी के माध्यम से Acidity जलन का अंजाम पढेंगे. इस Hindi Story में Acidity का दूसरा जानेंगे. आखिर तक इस कहानी को पढ़े बहुत मजेदार कहानी है.
मछेरे को बादशाह ने बुलवाया नौकर ने पुचा : ये मछली नर है या मादा? शायद उसका मकसद था यह नर कहेंगा तो मैं मादा मछली के फायदे बताऊंगा और मादा कहेंगा तो नर के। लेकिन मछेरा बड़ा चालाक था उसने कहा ये नर ना मादा यह तो दोनों के बीच की मछली है और इसके बहुत फायदे है। बादशाह ने कहा इसे और चार हजार दिरहम दिए जाये मछेरा ख़ुशी में मस्त था और नौकर जलन की आग में जल रहा था।
मछेरा जैसे ही जाने लगा उसके हाथ से एक दिरहम गिर गया उसे उठाने के लीये वह झुका यह बादशाह के दरबार के खिलाफ था तो नौकर को एक और चांस मिल गया नौकर ने जल्दी से कहा बादशाह सलामत यह आदमी कितना घटिया है आपने इसे इतना इनाम दिया फिर भी ये एक दिरहम के लिए बे अदबी पर उतर आया।
बादशाह ने मछेरे को बुलाया और कहा तूने ये घटिया हरकत क्यों की ! मछेरे ने कहा बादशाह सलामत मुझे अच्छा नहीं लगा आपकी तस्वीर जमीन पर पढ़ी रहे इसलिए मैंने इसे उठाकर जेब में रख लिया। बादशाह ने हुक्म जारी किया इसे और चार हजार दिरहम दीये जाये। दूसरी तरफ नौकर का हाल जलन से बुरा था और अपने दांत पीसते रह गया। मछेरे ने कहा तुम अपनी आग में जलते रहो जब तक अपने दिल में जलन रखोंगे चैन से नही रहोंगे।
उम्मीद है दोस्तों आपको यह कहानी बहुत पसंद आई होंगी तो Share करना ना भूले.
हसद की आग Hindi Story
बहुत पुरानी बात है बादशाह के दरबार में एक मछेरा मछली लेकर आया मछली का वजन 4 किलो के करीब था। बादशाह ने मछेरे को चार हज़ार दिरहम देने का हुक्म दिया। बादशाह के नौकर को ये देखकर जलन होगई और उससे रहा नही गया कहने लगा : बादशाह सलामत आप इस मछली के बदले चार हज़ार दीरहम दे रहे है ? फिर कहा आप उसे बुलाइये मैं उससे सवाल करना चाहता हु।मछेरे को बादशाह ने बुलवाया नौकर ने पुचा : ये मछली नर है या मादा? शायद उसका मकसद था यह नर कहेंगा तो मैं मादा मछली के फायदे बताऊंगा और मादा कहेंगा तो नर के। लेकिन मछेरा बड़ा चालाक था उसने कहा ये नर ना मादा यह तो दोनों के बीच की मछली है और इसके बहुत फायदे है। बादशाह ने कहा इसे और चार हजार दिरहम दिए जाये मछेरा ख़ुशी में मस्त था और नौकर जलन की आग में जल रहा था।
मछेरा जैसे ही जाने लगा उसके हाथ से एक दिरहम गिर गया उसे उठाने के लीये वह झुका यह बादशाह के दरबार के खिलाफ था तो नौकर को एक और चांस मिल गया नौकर ने जल्दी से कहा बादशाह सलामत यह आदमी कितना घटिया है आपने इसे इतना इनाम दिया फिर भी ये एक दिरहम के लिए बे अदबी पर उतर आया।
बादशाह ने मछेरे को बुलाया और कहा तूने ये घटिया हरकत क्यों की ! मछेरे ने कहा बादशाह सलामत मुझे अच्छा नहीं लगा आपकी तस्वीर जमीन पर पढ़ी रहे इसलिए मैंने इसे उठाकर जेब में रख लिया। बादशाह ने हुक्म जारी किया इसे और चार हजार दिरहम दीये जाये। दूसरी तरफ नौकर का हाल जलन से बुरा था और अपने दांत पीसते रह गया। मछेरे ने कहा तुम अपनी आग में जलते रहो जब तक अपने दिल में जलन रखोंगे चैन से नही रहोंगे।
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