आपने प्यासे कौवे की Story सुनी होंगी या पढ़ी होंगी आज हम Modern कौवे की कहानी पढेंगे यह कहानी आपको ज़रुर बहुत पसंद आएँगी और उम्मीद है आप इसे अपने बच्चो को भी सुनायेंगे.
Modern Kauwa Real Hindi Story
कुछ दिन पहले की बात है एक बच्चा मुझे प्यासे कौवे की कहानि सुनाने लगा जो स्कूल से उसी दिन सुन कर आया था. मैंने उससे कहा Science के Rules से ऐसा नहीं होता उसमे कौवे की बुद्धिमत्ता बताने के लिए Story बनायी गयी है. अगर ऐसा होता तो लोग कुंवे से रस्सी डाल कर पानी नहीं निकालते मेरी बात सुनकर वह नाराज हो गया क्यूंकि बच्चो के दिमाग में टीचर की बात का बहुत असर होता है. उसको खुश करने के लिए मैंने उससे कहा एक Practical करले वो तैयार हो गया. उसके साथ उसके दोस्त भी ले आया.
मैंने एक कांच के Glass में पानी भरा और बच्चो से पत्थर लाने को कहा ग्लास को थोडा खाली रखा और उसमे कंकर (पत्थर) डाले पहले पानी ऊपर आया और पानी का रंग बदलता दिखाई दिया कुछ ही देर में पानी और कम होगया पत्थर से ग्लास भर गया. मैंने उनसे कहा मैं तुम्हे Modern कौवे की कहानि सुनाता हु बच्चे खामोश बैठ मैंने कहानी शुरू की
प्यासा कौवा Funny Hindi Story
" एक कौवा था वही काला कलोटा मगर नए ज़माने का था वो शहर की पोश कॉलोनी में पेड़ पर रहता था. उस कॉलोनी में रह कर वो भी सफाई पसंद हो गया था एक दिन गर्मी के दिनों में उसे प्यास लगी वो पानी की तलाश में बहुत घूम रहा था लेकिन उसे साफ पानी नहीं मिल रहा था आखिर एक पार्क में उसे एक घड़ा नज़र आया वो घड़े के पास पहुंचा उसमे पानी कम था उसे अपने पुरखो की कहानी याद आयी लेकिन तरीका पसंद नहीं आया उसने सोचा अगर यह पत्थर इसमें डालूँगा तो पानी गन्दा हो जायेंगा. उसे एक नयी सूझी कॉलोनी में लोग कोल्ड्रिंक्स पीते है वह पाइप लेने के लिये उदा और कोल्ड्रिंक्स की दूकान में थैली में लगी पाइप ले आया. पाइप घड़े में डाला और धीरे धीरे पानी सिप करने लगा. उसने प्यास बुझाने के साथ साथ पानी का मजा भी लिया और उड़ गया ."
बच्चो को science का Rule और Thirsty Crow की कहानी का नया रूप बेहद पसंद आया ख़ुशी से तालियाँ बजाने लगे. उम्मीद है आपको भी कहानी बहुत पसंद आई होंगी लेकिन आपको तालियाँ नहीं बजानी इसे Social Media पर Share करना है.
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