Moral Hindi Kahani इससे पहले हमने पढ़ी आज हम हाथी की हिन्दी कहानी With Moral पढेंगे उम्मीद है आपको यह हिन्दी कहानी बहुत पसंद आएँगी.
Haathi Ki Hindi Kahani With Moral
एक जंगल में बड़ा हाथी रहता था और उसी जंगल में दूसरी तरफ बहुत सारे गीदड़ रहते थे। जब हाथी जंगल में घूमता तो गीदड़ उसे देख कर ललचाते और दिल ही दिल में उसे खाने के मजे लेते। परन्तु उनकी हिम्मत ना होती इतने बड़े हाथी को किस तरह शिकार करे।
एक दिन गीदड़ एक जगह जमा हुए और हाथी को मारने की प्लानिंग करने लगे। आखिर में एक बूढ़े गीदड़ ने कहा तुम हाथी को मार कर खाने की सोच रहे हो मैं तुम्हे जिंदा हाथी खिलाऊंगा सारे गीदड़ उसकी यह बात सुनकर खुश हुये और उसे अपना लीडर बना लिया।
रात को हाथी जंगल में घूम रहा था वही बुढा गीदड़ उसके पास आया और कहने लगा हम गीदड़ो ने आपको अपना बादशाह बनाने का निर्णय लिया है और आपकी हुकूमत में अमन से ज़ियेंगे। हाथी ने गीदड़ की बात सुनी और खुश होकर बोला हां हा मैं स्वीकार करता हु। चलो सब गीदड़ो से जाकर सलाह लेले। हाथी ख़ुशी ख़ुशी गीदड़ के साथ चल पड़ा।
गीदड़ उसे ऐसे रास्ते से ले गया जिस रास्ते से दलदल था गीदड़ हल्का जानवर है वो दलदल पर कूद कर फलांग लगाता हुआ चल रहा था और हाथी फंसते जा रहा था। आखिर घुटनों तक दलदल में धंस गया। अब ना आगे चल सकता ना पीछे जा सकता था। हाथी ने चंगाड़ कर गीदड़ से कहा मैं फंस गया हु अब क्या करू ? गीदड़ बोल आप बहुत भारी है मैं अकेला कैसे आप को निकाल सकता हु! आप अनुमति दे तो मैं दुसरे गीदड़ो को बुला लाऊ।
Funny Hindi Kahani
Moral : हमें इस कहानी से सीख मिलती है की हमें लालच नहीं करनी चाहिये। किसी के दो बोल सुन कर विश्वास नहीं करना पहले जांचे परखे फिर हमें निर्णय लेना चाहिये। कभी हम जल्द बाजी में आकर निर्णय ले लेते है और बाद में पछताना पड़ता है और किसी को तो पछताने का मौका भी नहीं मिलता।
उम्मीद है दोस्तों आपको हाथी की कहानी बहुत पसंद आई होंगी. इस Hindi Story को अपने दोस्तों के साथ share करना न भूले. और हमें comment कर के बताये आपको यह कहानी कैसे लगी.
रात को हाथी जंगल में घूम रहा था वही बुढा गीदड़ उसके पास आया और कहने लगा हम गीदड़ो ने आपको अपना बादशाह बनाने का निर्णय लिया है और आपकी हुकूमत में अमन से ज़ियेंगे। हाथी ने गीदड़ की बात सुनी और खुश होकर बोला हां हा मैं स्वीकार करता हु। चलो सब गीदड़ो से जाकर सलाह लेले। हाथी ख़ुशी ख़ुशी गीदड़ के साथ चल पड़ा।
गीदड़ उसे ऐसे रास्ते से ले गया जिस रास्ते से दलदल था गीदड़ हल्का जानवर है वो दलदल पर कूद कर फलांग लगाता हुआ चल रहा था और हाथी फंसते जा रहा था। आखिर घुटनों तक दलदल में धंस गया। अब ना आगे चल सकता ना पीछे जा सकता था। हाथी ने चंगाड़ कर गीदड़ से कहा मैं फंस गया हु अब क्या करू ? गीदड़ बोल आप बहुत भारी है मैं अकेला कैसे आप को निकाल सकता हु! आप अनुमति दे तो मैं दुसरे गीदड़ो को बुला लाऊ।
Haathi Ka Shikar Hindi Kahani
हाथी मरता क्या ना करता कहने लगा जल्दी से बुला लाओ गीदड़ ने आवाज़ लगाईं और कई गीदड़ वहां जमा हो गये। और हाथी हमला कर दिया और हाथी कुछ ना कर सका यहाँ तक हाथी का कुछ ही मिनटों में जान तो क्या शरीर भी नहीं बचा।Funny Hindi Kahani
Moral : हमें इस कहानी से सीख मिलती है की हमें लालच नहीं करनी चाहिये। किसी के दो बोल सुन कर विश्वास नहीं करना पहले जांचे परखे फिर हमें निर्णय लेना चाहिये। कभी हम जल्द बाजी में आकर निर्णय ले लेते है और बाद में पछताना पड़ता है और किसी को तो पछताने का मौका भी नहीं मिलता।
उम्मीद है दोस्तों आपको हाथी की कहानी बहुत पसंद आई होंगी. इस Hindi Story को अपने दोस्तों के साथ share करना न भूले. और हमें comment कर के बताये आपको यह कहानी कैसे लगी.
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